वो है बहुत भोली ,
आँखें हैं उसकी नशीली,
होठ हैं उसके शबनमी,
चेहरा है उसका नुरानी,
मुस्कान है उसकी कटीली,
जुल्फें हैं उसकी रेशमी,
मुस्कान है उसकी जैसे
बाग़ की नाचती मोरनी ,
चाल है जैसे हंसिनी ,
पहचान है उसकी सादगी,
मुस्कान है उसकी जैसे
बाग़ की नाचती मोरनी ,
चाल है जैसे हंसिनी ,
पहचान है उसकी सादगी,
अब क्या बताएं हम,
वो है एक खूबसूरत कारीगर की कारीगरी,
वो है एक खूबसूरत कारीगर की कारीगरी,
उनके करीब हैं हम ,
ये है हमारी खुस्न्सिबी .
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