रविवार, 26 फ़रवरी 2012

Meri Wafa

सितारो की महफ़िल सज़ा दे,
उनके हर एक कदम पे फूलों को बिछा दें,
उनकी मुस्कुराहट को अपना आईना बना ले,
ना याद कर पाएँगे कोई और चेहरा,
ना याद कर सकोगे कोई और चेहरा,
वफ़ा की ऐसी दास्तान बना दें,
के ढुंढोगे हर मुकाम पर,
दिल मे ऐसी चाहत जगा दें,
पर वो अपना हाले-दिल तो बता दें
हमारी चाहत का कुछ तो सिला दें.

1 टिप्पणी:

  1. WAH KYA BAAT HAI.. LAGTA HAI DIRECT DIL SE BAAT NIKAL KE SHAYARI ME TABDEEL HO GAYI HAI ...... HOPE HI WO SAMJHEGI TERI BAAT... BUT EK BAAT YAAD RAKHNA TUM KISIKO PYAR KARO TO JARURI NAHI KI WO V TUMHE PYAR KARE.. BAS APNI CHAHAT ME KAMI MAT KARNA BAAKI TERI KISMAT AUR UPARWALE KI MARJI.... :)

    जवाब देंहटाएं